NTA से नहीं होती यह चूक तो सिर्फ 23 छात्र होते नीट में टॉपर

नीट परीक्षा में एक प्रश्न के उत्तर में गड़बड़ी की वजह से इस बार परीक्षा में टॉपरों की बाढ़ आ गई है | इस बार नीट परीक्षा AIR 1 हासिल करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 67 है | नीट परीक्षा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है | लेकिन इससे पहले कभी भी इतने स्टूडेंट्स ने 720 में से 720 मार्क्स हासिल नही किये थे | लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि 67 में से 44 स्टूडेंट्स ऐसे है जो एक प्रश्न के उत्तर में चूक की वजह से टॉपर बन गए है | अगर NTA से यह चूक नही होती तो नीट परीक्षा 67 की जगह सिर्फ 23 स्टूडेंट्स ही टॉपर होते |

छात्रों ने फिजिक्स विषय के एटॉम से जुड़े एक प्रश्न का उत्तर गलत दिया | लेकिन इसके बावजूद इन्हें इसके ग्रेस मार्क्स मिल गए | इसकी वजह यह है कि जिन स्टूडेंट्स ने जो गलत उत्तर दिया वह कक्षा 12वीं की एनसीईआरटी की पुरानी साइंस बुक में था | 67 छात्रों को 720 अंक मिलने के बारें में पूछे गये सवाल पर एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि परीक्षा में एक प्रश्न ऐसा था | जो एनसीईआरटी की किताब में हुए बदलाव के अनुसार दो सही उत्तर थे | इसीलिए दो विकल्प सही घोषित किए गए | जिससे 44 छात्रों के 715 अंक से बढ़कर 720 हो गए | साल 2019 से नीट में कभी भी तीन से ज्यादा टॉपर नहीं हुए थे |

NTA ने कहा की, पेपर आसान, अधिक रजिस्ट्रेशन, दो सही उत्तर वाले एक प्रश्न और ग्रेस मार्क्स की वजह से इस बार 67 स्टूडेंट्स टॉपर बन गये | इस घोषणा के बाद रिकॉर्ड संख्या में टॉपरों द्वारा 718 व 719 अंक प्राप्त करने को लेकर सवाल उठे | सोशल मीडिया पर परीक्षाओं में अनियमितताओं, परिणाम के कट-ऑफ और प्रवेश पर पड़ने वाले प्रभाव के आरोपों की भरमार देखने को मिली | यह भी सवाल उठा की कुल 720 अंक संभव होने के साथ, 2 रैंक प्राप्त करने के लिए 716 योग्य अंक है | लेकिन छात्रों को 718 व 719 अंक मिले है | तो एनटीए ने बताया कि यह ग्रेस मार्क्स के कारण हुआ है | जिन उम्मीदवारों ने नीट यूजी 2024 के दौरान टाइम लॉस की सूचना दी थी, उन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं | ऐसा सर्वोच्च न्यायालय के एक आदेश के तहत किया है |

नहीं हुआ पेपर लिंक

NTA ने पेपर लिंक के दावों का खंडन करते हुए कहा की नीट यूजी 2024 के टॉपर्स की पृष्ठभूमि की भी जांच की गई है | वे 10वीं व 12वीं में हाई स्कोरर रहे हैं |

इस साल हुआ रिकॉर्ड तोड़ पंजीकरण

आपको बता दें की इस साल नीट परीक्षा के लिए 16.85 प्रतिशत पंजीकरण में वृद्धि हुई थी | इस साल कुल 24,06,079 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था | जबकि पिछले साल 20.59 लाख छात्रों ने आवेदन किए थे | जैसा की आप सभी को पता है की नीट के जरिए ही देश के तमाम मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमस, बीएचएमस, बीयूएमस और अन्य विभिन्न अंडर ग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश दिया जाता है | इसके अलावा मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (एमएनएस) के लिए भी अभ्यर्थी नीट यूजी परीक्षा के मार्क्स के जरिए आर्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विस हॉस्पिटल के बीएससी नर्सिंग कोर्स में एडमिशन ले सकेंगे |

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