NTA के खिलाफ छात्रों ने खोला मोर्चा, CBI जांच करें, क्या दोबारा होगी NEET की परीक्षा

नीट परीक्षा– मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी रिजल्ट धांधली को लेकर विद्यार्थियो में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है| पुरे भारत में नीट परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्रो द्वारा जुलूस निकाला जा रहा है| नीट परीक्षा गड़बड़ी को लेकर अभ्यर्थियो ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है| प्रदेश में बढ़ते आक्रोश को देखते हुए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा इसके सम्बन्ध में प्रेस कांफ्रेंस किया गया| और शिक्षा मंत्रालय ग्रेस मार्क्स मामले की जाँच को लेकर कमेटी बनाई गई है |

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा पेपर लीक और रिजल्ट में हुई धांधली को लेकर चेयरमैन प्रदीप कुमार जोशी की अध्यक्षता में चार सदस्य कमेटी का गठन किया गया है | और इस मामले की जाँच के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है| एनटीए ने अपनी सफाई में कहा की कई स्टूडेंट को ज्यादा अंक देने से क्वालीफाई क्राइटेरिया में कोई भी फर्क नहीं पड़ा है| इससे पहले एनटीए ने पेपर लीक हो जाने के सभी आरोपों को ख़ारिज कर दिया था|

नीट काउंसलिंग पर रोक की भी मांग

रिजल्ट जारी होने के बाद लोगो में आक्रोश बढता जा रहा है| एक ही परीक्षा केंद्र से 6 अभ्यर्थी का टॉपर लिस्ट आ जाना एक चर्चा का विषय बना हुआ है| की कैसे एक ही एग्जाम सेंटर से लगातार 6 विद्यार्थियो के समान अंक आ सकते है| या तो इन केन्द्रों पर धांधली हुई है| या फिर रिजल्ट जारी करने में गड़बड़ी हुई है| नीट रिजल्ट में कुल 67 छात्रो के 720 में 720 अंक आये है| इस गड़बड़ी को देखते हुए छात्रो ने नीट काउंसलिंग पर रोक की भी मांग कर रहे है|

क्या कमेटी सही फैसला ले पायेगी

जब से एनटीए ने चेयरमैन प्रदीप कुमार जोशी को जाँच पैनल का अध्यक्ष बनाया है | तब से सभी लोगो के मन में सवाल उठ रहा है | की किसी संस्था का मुख्या ही अपनी सस्थान की खामी की जाँच सही कर पायेगा | और खुद ही जाँच समिती के अध्यक्ष कैसे हो सकते है| नीट परीक्षा जाँच को लेकर सभी के मन में संसय बना हुआ है | की क्या इसकी सही से जाँच हो पायेगी| इसलिए विद्यार्थियो ने नीट परीक्षा रद्द करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है| जिसका फैसला जल्द आने वाला है |

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